कुंडली के 12 भावों में शुक्र का फल और प्रभाव

कुंडली के 12 भावों में शुक्र का फल

शुक्र का फल 12 भावों में ;- IN ENGLISH प्रथम भाव में शुक्र का फल :- द्वादश भावों में यदि शुक्र प्रथम भाव में हो तो शुक्र दिखने में सुंदर होता हैं जातक के शरीर में आकर्षण होता हैं। यदि शुक्र के साथ राहु भी सम्मिलित हो जाए तो जातक …

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राहु और केतु के रहस्य / उपाय

राहु और केतु

राहु और केतु के रहस्य भारतीय ज्योतिष शास्त्र में नव ग्रहों, बारह राशियों, और नक्षत्रों आदि के बारे में बताया गया हैं । जिसमें सूर्य, चन्द्रमा , मंगल , बुद्ध , बृहस्पति, शुक्र , शनि , राहु और केतु , इन नव ग्रहों की चर्चा आती हैं । जिसमें राहु …

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द्वादश भावों में मंगल का फल – वैदिक ज्योतिष के अनुसार

द्वादश भावों में मंगल का फल - वैदिक ज्योतिष के अनुसार

द्वादश भावों में मंगल का फल , मंगल प्रथम भाव :- द्वादश भावों में मंगल यदि प्रथम भाव में हो तो जातक पराक्रमी होता हैं। कालपुरुष के अनुसार पहला भाव मंगल का अपना घर हैं। जातक को जल्दी जल्दी काम करना पसंद होता हैं।

बुध बारह भावों में: ज्योतिषीय फलादेश

बुध बारह भावों में:

बुध बारह भावों में:
बुध को शास्त्रों में एक राजकुमार का दर्जा दिया हैं। सामान्यतः बुध को चंचलता , मजाक मस्ती, बुद्धि, वाणी, व्यावहारिक समझ, भाषा, संपर्क, मित्र, परख करना, आदि का कारक बताया गया हैं ।

Saturn in different houses

Saturn in Astrology: Effects in Each House

Saturn in Astrology: Effects in Each House Saturn in the Ascendant (First House):
Saturn in the Second House: Saturn in the Third House: Saturn in the Fourth House: Saturn in the Fifth House: Saturn in the Sixth House: Saturn in the Seventh House: Saturn in the Eighth House: Saturn in the Ninth House:Saturn in the Tenth House: Saturn in the Eleventh House: Saturn in the Twelfth House:

शनि के विभिन्न 12 भावों में फल: ज्योतिष शास्त्र से गहराई से समझें

शनि के विभिन्न 12 भावों में फल: ज्योतिष शास्त्र से गहराई से समझें

भारतीय ज्योतिष में शनि को न्याय का देवता और कर्म का कारक ग्रह माना गया है। यह लेख शनि ग्रह के 12 भावों में स्थित होने पर पड़ने वाले प्रभावों का विश्लेषण करता है। इसमें शनि की शुभ और अशुभ स्थितियों के आधार पर जातक के जीवन में होने वाले बदलावों, संघर्षों, परिश्रम, धन, रिश्तों और मानसिक स्थिति पर विस्तार से चर्चा की गई है।