शनि के विभिन्न 12 भावों में फल: ज्योतिष शास्त्र से गहराई से समझें
भारतीय ज्योतिष में शनि को न्याय का देवता और कर्म का कारक ग्रह माना गया है। यह लेख शनि ग्रह के 12 भावों में स्थित होने पर पड़ने वाले प्रभावों का विश्लेषण करता है। इसमें शनि की शुभ और अशुभ स्थितियों के आधार पर जातक के जीवन में होने वाले बदलावों, संघर्षों, परिश्रम, धन, रिश्तों और मानसिक स्थिति पर विस्तार से चर्चा की गई है।